कोटा (राजस्थान). कल मुंबई-निजामुद्दीन क्रांति राजधानी एक्सप्रेस में यात्रियों का सामान चोरी हो गया। सूत्रों के मुताबिक़ लगभग दस से पंद्रह लाख का सामान चोरी हुआ है। चोरी के बाद मज़ेदार बात यह हुई कि चोरों ने सुरेश प्रभु को ट्वीट कर के खुद ही बताया कि उन्होंने चोरी क्यों की और कैसे की। यह दुखद हादसा एक मज़ेदार वाकये में तब बदल गया जब चोरों ने चोरी से पहले किये गए ट्वीट्स रीट्वीट किए।
चोरों ने ट्वीट कर लिखा ”सुरेश जी चोरी करने से पहले ही हमने आपसे बीस लाख रूपये की मांग की थी। आपका रेलवे डिपार्टमेंट डायपर से लेकर दूध की डिलिवरी करता है, पर आपने हमें जवाब तक नहीं दिया। इसीलिए मजबूरन हमें चोरी करनी पड़ी, आप इस मामले में हमें दोषी नहीं ठहरा सकते। हमने आपको पहले ही अपनी ज़रूरत बता दी थी। जब आपने कोई जवाब नहीं दिया तब हमने रात में सोते हुए यात्रियों से लूटपाट की। चोरी में हमें बीस लाख तो नहीं पर सत्रह लाख मिल चुके हैं। बाकी के तीन लाख हम अगले हफ्ते चोरी कर के ले जाएंगे।”
विपक्ष ने इस घटना के बाद सुरेश प्रभु को आड़े हाथों लिया है। विपक्ष के नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है ”प्रधानमन्त्री जी खुद ट्विटर पर बैठे रहते हैं, उन्हें सुरेश प्रभु को भी ट्विटर का इस्तेमाल करना बताना चाहिए। जब चोरों ने बताया कि उन्हें बीस लाख रूपये चाहिए तो उन्होंने उन्हें जवाब क्यों नहीं दिया। मेरी नज़र में यह बहुत बड़ी लापरवाही है।”
सुरेश प्रभु ने इस पर कहा है कि ”इस मामले की जांच हो रही है, मैं उनके अगले ट्वीट का इंतज़ार कर रहा हूँ। जैसे ही वो ट्वीट करेंगे मैं उन्हें जवाब दूंगा। पचास लाख भी मांगे तो बिना कोई सवाल जवाब के उन्हें पैसे पहुंचा दिए जाएंगे।