लंदन/यू.पी. कल हुई बैठक के बाद योगी सरकार ने किसानों का पूरा 36,359 करोड़ का कर्ज़ा माफ किया है। यह खबर सुनकर जितनी खुशी किसानों को नहीं हुई उससे ज्यादा तो एक ऐसे व्यक्ति को हुई है जो एक ज़माने में काफी अमीर हुआ करता था। जी हाँ हम बात कर रहे हैं मोदी सरकार, बैंक्स और मॉडल्स के प्रिय विजय मालया की। सुनने में आया है कि जब उन्होंने यह खबर सुनी कि योगी सरकार ने किसानों का करोड़ो का कर्ज़ा माफ कर दिया है तब वे काफी गुस्से में थे कि किसानों का लाख करोड़ का कर्ज़ा माफ करने में कोई दिक्कत नहीं पर उनका कुछ हज़ार करोड का कर्ज़ा माफ करने में इतनी दिक्कत है।

विजय मालामाल जी मतलब कि विजय माल्या ने फोन पर बातचीत में बताया कि ”द इंडियन गवरमेंट इज़ पार्शियल, मेरा लोन माफ नहीं किया। उल्टा जब मैं लंदन भागा तब भी मेरे पीछे पड़े रहे। सरकार इतने लाखों किसानों का लोन माफ कर सकती है पर एक अकेले आदमी का नहीं। अगर इस सरकार को मुझे ऐसे ही परेशान करना है तो मैं भी किसान ही बन जाता हूँ। कल ही एक छोटा खेत खरीद के हल जोतना शुरू कर देता हूँ। वैसे सरकार से मुझे ये पूछना पड़ेगा कि मुझे खेत की ज़मीन के लिए तो लोन देगी या नहीं? अगर मुझे खेत के लिए लोन मिल जाए तो शायद किसानी कर कर के ही सरकार का पैसा मैं चुका दूँ। थोड़ी दया तो मुझ पर भी करो।” ऐसा कहते हुए माल्या सुबकते हुए रोने लगे।
सरकार का इस मामले में कहना है कि ”माल्या के लिए यही बहतर होगा कि वे लंदन में ही रह जाएँ भारत आकर वो लोन तो चुकाने से रहे, उल्टा कही पाँच-छः हज़ार करोड़ का और लोन ना ले कर भाग जाएँ।” माल्या ने यह भी पेशकश की है कि जिन कर्मचारियों को उनकी वजह से नौकरी से हाथ धोना पड़ा था वे भी चाहें तो उनके खेत में आकर काम कर सकते हैं।