नागौर. राजस्थान में गैंगस्टर आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद राजपूत समुदाय का ग़ुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा। कल के हिंसक प्रदर्शन के बाद राजपूतों ने आज राज्य सरकार को अल्टीमेटम दे दिया कि पंद्रह दिन के अंदर किसी दूसरी जाति के गैंगस्टर का भी एनकाउंटर करो, नहीं तो सरकार गिरा देंगे। इस अल्टीमेटम को सुनते ही मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के हाथ-पाँव फूल गये और उन्होंने तुरंत उनकी माँग मान ली।

राजपूत प्रदर्शनकारियों से शांति बनाये रखने की अपील करते हुए मुख्यमंत्री वसुंधरा ने कहा कि “आप मुझ पे भरोसा रखिये। मैं भी राजपूत बिरादरी से हूँ, मैं आपके साथ अन्याय नहीं होने दूँगी!” मुख्यमंत्री का आदेश मिलते ही पुलिस ने एनकाउंटर के लिये दूसरी जातियों के क्रिमिनल्स की तलाश शुरु कर दी है।
इस घटना से सबक लेते हुए राज्य सरकार ने ‘एनकाउंटर क़ानून’ में भी बदलाव कर दिया है। नये क़ानून की जानकारी देते हुए गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने बताया कि “अब अगर किसी जाति का कोई कुख्यात क्रिमिनल पकड़ा जाता है, तो उसका तुरंत एनकाउंटर नहीं किया जायेगा बल्कि उसे कुछ समय तक जेल में रखा जायेगा। जब दूसरी जातियों के भी दो-चार क्रिमिनल हाथ लग जायेंगे, तो फिर सबका एक साथ सामूहिक एनकाउंटर किया जायेगा।”
“अभी जिस भी जाति या धर्म के अपराधी को मारा जाता है, वे लोग हंगामा करने लगते हैं। उन्हें अपनी जात वाले के मरने पे दुख होता है और दूसरी जात वाले के मरने पे ख़ुशी होती है। लेकिन जब सभी जातियों के क्रिमिनल मरेंगे तो राज्य में भाईचारा और सामाजिक सौहार्द कायम हो जायेगा।”
“इस क़ानून के लागू होने के बाद कोई भी जाति अपने साथ पक्षपात होने की शिकायत नहीं करेगी।” -गुलाब चंद ने भरोसा जताया। “लेकिन सर, अगर सारी जातियाँ एनकाउंटर्स के ख़िलाफ़ एकजुट हो गयीं तो?” इस सवाल के जवाब में उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि “इंडिया में सारी जातियों के एकजुट होने का कोई चाँस ही नहीं है। और अगर कभी हो भी गयीं तो तब की तब देखी जायेगी।”