एजेंसी. केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट है से कहा है कि गाय की तस्करी रोकने ज़रूरी है कि उनका भी UID यानि कि यूनीक आइडेंटिफिकेशन नम्बर जारी किया जाए। मोदी सरकार जब से से सत्ता में आई है तब से ही गाय को लेकर राजनीति हो रही है। कभी गौ रक्षकों का आतंक कभी गौ रक्षकों की पिटाई, आए दिन कुछ ना कुछ चलता ही रहता है। कुछ समय पहले से मोदी सरकार ने आधार को लेकर दीवानगी ज़ाहिर की। आपको कोई भी सरकारी काम करना हो तो उसके लिए आधार कार्ड का होना ज़रूरी है। लोग तो यह मज़ाक भी बनाने लगे थे कि आधार कार्ड बनवाने के लिए भी आधार कार्ड ज़रूरी है।

मोदी सरकार अब दस कदम आगे ही नहीं बल्कि गाय का भी आधार कार्ड बनवाने की तैयारी में है। इस पर से गाय समाज में काफी हड़कम्प मच गया है। पशु समाज के मुखिया बैल सुदेश जो कि लल्लन दूधवाले के यहां कार्यरत हैं उन्होंने फेकिंग न्यूज़ से बातचीत की। जुगाली करते हुए वे बोले कि ”देखिये..ऐसा है कि (जुगाली करने के कारण बयान देने में रुकावट) हमारी बिटिया रीना सुबह से दुखी है.. ये जानकर कि सरकार उसका आधार कार्ड बनाएगी। कई बार पूछने पर बोली फोटो अच्छी नहीं आयी तो क्या होगा बापू?”
फिर हमने रीमा से बातचीत की, गाय रीमा गले में लगी घंटी हिलाते हुए बोली ”अब आप इंसानों के पास तो फेसबुक, इंस्टाग्राम, फोटोशॉप और ना जाने क्या क्या है। आधार कार्ड में उसके बाद भी इंसानों की फोटो अच्छी नही आती तो हम जानवरों की क्या आएगी बताइये ज़रा! अगर मेरी फोटो अच्छी नहीं आई तो क्या होगा,कोई भी रिश्ता नहीं आएगा और अगर मैं कहीं गुम हो गई तो लोग कैसे ढूँढ पाएंगे।”
फेकिंग न्यूज़ की टीम ने गायों कि इस समस्या को सरकार के पास पहुँचाने का बीड़ा उठाया है, हमने सरकार से मांग की है कि सभी गायों की फोटो dslr से ली जाए ताकि फोटो एक दम क्लीयर और कैंडिड आये।